बाल विवाह रोकथाम और मिशन इन्द्रधनुष पर हुआ जागरूकता कार्यक्रम

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[email protected] । Dec 10 2019 8:14PM

10 दिसम्बर विश्व मानव अधिकार दिवस के मौके पर ग्रामीणों को जागरूक करने के उद्देश्य से सामुदायिक रेडियो अल्फाज-ए-मेवात, यूनिसेफ़ और कम्युनिटी रेडियो एसोसिएशन द्वारा समर्थित “बाल विवाह रोकथाम और बच्चों के सम्पूर्ण टीकाकरण पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 2 दिसम्बर से प्रारंभ यह अभियान मार्च 2020 तक चलेगा।

नयी दिल्ली (प्रेस विज्ञप्ति)। 10 दिसम्बर विश्व मानव अधिकार दिवस के मौके पर ग्रामीणों को जागरूक करने के उद्देश्य से सामुदायिक रेडियो अल्फाज-ए-मेवात, यूनिसेफ़ और कम्युनिटी रेडियो एसोसिएशन द्वारा समर्थित “बाल विवाह रोकथाम और बच्चों के सम्पूर्ण टीकाकरण पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन जे.बी.टी. कॉलेज, नगीना में सुबह 11:00 बजे से 1:00 बजे तक किया गया. कार्यक्रम में लगभग 100 लोगों ने शिरकत की।

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इस कार्यक्रम में डॉ. बसंत दुबे, टीकाकरण अधिकारी, अल आफिया अस्पताल, मांडीखेड़ा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अपने परिवार में बच्चों को समय पर टीके लगवाकर और टी.बी., पोलियो, हैपेआईटिस-बी, डिप्थीरिया, काली खांसी, टेटेनस, निमोनिया मेनिन्जाईटिस, एच-इन्फ्लूएन्जा-बी, रतोंधी, खसरा व रूबेला 11 जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है। 2 दिसम्बर से प्रारंभ यह अभियान मार्च 2020 तक चलेगा। प्रथम चरण 2 दिसंबर 2019 से, द्वितीय चरण 6 जनवरी 2020 से, तृतीय चरण 3 फरवरी 2020 तथा चतुर्थ चरण 2 मार्च 2020 से प्रारंभ होगा। हर चरण 7 दिन का होगा। इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य टीकाकरण कार्ड हर लाभार्थी बच्चे व गर्भवती मां को मिले ताकि कोई भी टीकाकरण से ना वंचित रहे। नियमित टीकाकरण से वंचित गर्भवती महिलाएं एवं बच्चों, लेफ्ट आउट, ड्रॉपआउट व टीकाकरण का प्रतिरोध करने वाले परिवार का सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 में टीकाकरण करना सबसे प्रमुख उद्देश्य है।

इसी के साथ सुश्री मधु जैन (महिला और बाल संरक्षण अधिकारी) भी कार्यक्रम में शामिल होकर ग्रामीणों बाल विवाह रोकथाम के प्रति समाज को जागरूक होने का सन्देश दिया साथ ही कहा कि लड़के और लड़की की शादी तभी करनी चाहिए जब वह इसके लिए शाररिक और मानसिक रूप से तैयार हो। कार्यक्रम में बच्चों ने बाल विवाह पर कविता सुनकर ग्रामीणों को जागरूक किया। अल्फाज-ए-मेवात, यूनिसेफ़ और कम्युनिटी रेडियो एसोसिएशन का "बचपन एक्सप्रेस" रेडियो कार्यक्रम एक अभिनव प्रयास है जिसके माध्यम से समाज के उस वर्ग तक संदेश पहुंचाने की कोशिश की जा रही है जहां बाल विवाह जैसी कुरीति व्याप्त है और इसे रोका जाना चाहिए। साथ ही इस कार्यक्रम के ज़रिए लोगों को बच्चों के टीकाकरण अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।

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ऐसी आशा है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बाल विवाह जैसी कुरीति के प्रति समाज जागरूक होगा तथा अपने बच्चों को की निरंतर पढ़ाई पर बल देगा और साथ ही अपने बच्चों को सभी टीके सही समय पर लगवाएंगे। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे:- [email protected]

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